Digital Payment Kya Hai: डिजिटल पेमेंट के प्रकार

नमस्कार आज हम आपको समझाएंगे की डिजिटल पेमेंट क्या होता है (Digital Payment Kya Hai) और इसके बारे में विभिन्न प्रकार की तथ्यों के बारे में भी समझेंगे।

Highlights:

  1. डिजिटल पेमेंट क्या है What is a Digital Payment
  2. डिजिटल पेमेंट के प्रकार Types of Digital Payments

डिजिटल पेमेंट के बारे में समझने से पहले सबसे पहले हम समझते हैं कि डिजिटल का मतलब क्या होता है?

डिजिटल यानी कि आपके मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से बैंकिंग से जुड़े विभिन्न प्रकार की लेन-देन और भुगतान की सुविधा उपलब्ध कराना है।

आज डिजिटल इतना आगे बढ़ चुका है कि आप अपने मोबाइल के माध्यम से ही सब्जी दूध और अन्य दैनिक जीवन के समान आराम से खरीद और बेच सकते हैं।

इसके साथ ही डिजिटल पेमेंट का उपयोग क्रेडिट कार्ड डेबिट कार्ड मोबाइल बैंकिंग मोबाइल वॉलेट के रूप में भी किया जा रहा है।

नोटबंदी के बाद से ही सबसे ज्यादा डिजिटल पेमेंट को अपनाया गया है और इसमें मोबाइल वॉलेट कंपनी पेटीएम का सबसे अहम योगदान रहा है

अभी वर्तमान समय में पेटीएम के 35 करोड़ से भी अधिक Users हैं और पेटीएम के माध्यम से रोजाना 120 करोड़ रुपए का लेन-देन हो रहा है।

चलिए अब समझते हैं कि डिजिटल भुगतान यानी कि डिजिटल पेमेंट क्या है?

डिजिटल पेमेंट क्या है (Digital Payment Kya Hai):

डिजिटल पेमेंट लेन-देन या भुगतान करने का एक ऐसा माध्यम है जिसे हम डिजिटल मोड के रूप में करते हैं, डिजिटल पेमेंट में भुगतान करने वाला और प्राप्त करने वाला दोनों के पास पैसा भेजने के लिए डिजिटल मोड का उपयोग किया जाता है और इसे हम इलेक्ट्रॉनिक मोड भी कहते हैं।

आपको बता दें कि डिजिटल पेमेंट करने के लिए हमें नगद राशि की आवश्यकता नहीं होती है साथ ही साथ डिजिटल पेमेंट में सभी लेनदेन की प्रक्रिया ऑनलाइन की जाती है।

अगर आपको किसी दुकान में कोई भी सामान खरीदना है तो आप डिजिटल पेमेंट के जरिए उस सामान का भुगतान Payment दुकानदार को बिना बैंक जाए तुरंत कर सकते हैं यानी कि यह प्रक्रिया स्वचालित रूप से संचालित होती है।

डिजिटल पेमेंट के प्रकार (Types of Digital Payments):

डिजिटल पेमेंट के विभिन्न प्रकार निम्नलिखित है:

  1. बैंकिंग कार्ड (Banking cards) डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, कैश कार्ड, ट्रैवलर्स कार्ड आदि।
  2. यूनिफाइड भुगतान इंटरफेस (UPI)
  3. आधार सक्षम भुगतान सेवा (AEPS)
  4. यू. एस. एस. डी. बैंकिंग
  5. मोबाइल वॉलेट
  6. BHIM APP
  7. पेटीएम
  8. बैंक पूर्वदत्त कार्ड (Bank Prepaid Card)
  9. इंटरनेट बैंकिंग
  10. मोबाइल बैंकिंग
  11. एटीएम

1. बैंकिंग कार्ड (Banking Cards):

Debit Card:

डेबिट कार्ड के लिए बैंक के कस्टमर को उसकी बैंक में जमा राशि के बदले दिया जाता है, इसमें ग्राहक डेबिट कार्ड के माध्यम से तुरंत सुविधा प्राप्त कर सकता है डेबिट कार्ड के जरिए एटीएम से भी वह पैसा निकाल सकता है

Credit Card:

क्रेडिट कार्ड बैंक अपने उन कस्टमर को देता है जिनकी बैंक में अपनी एक अच्छी छवि होती है आपको बता दें कि क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आपके बैंक अकाउंट में रुपए हो। इसे एक प्रकार का ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी कहा जा सकता है।

2. यूनिफाईड भुगतान इंटरफेस (Unified Payment Interface (UPI):

यू.पी.आई एक एक प्रकार से पेमेंट करने का माध्यम है जिसका उपयोग हम मोबाइल ऐप के माध्यम से फंड ट्रांसफर करने के लिए कर सकते हैं।

हम यूपीआई एप का उपयोग करके दो खातों के बीच लेन-देन यानी कि धन राशि का ट्रांसफर कर सकती हैं।

यूपीआई एप्लिकेशन का उपयोग करने के लिए सबसे पहले हमें मोबाइल बैंकिंग के लिए रजिस्टर करना होगा उसके बाद इस सेवा का उपयोग ले सकते हैं आपको बता दें कि यह सेवा अभी केवल और केवल एंड्राइड फोन यूजर के लिए उपलब्ध है।

3. आधार सक्षम भुगतान सेवा (AEPS):

यह एक आधार पर आधारित डिजिटल पेमेंट करने वाला माध्यम है जो कि किसी भी व्यापारी को पेमेंट करने के लिए कस्टमर का आधार नंबर चाहिए होता है।

आधार सक्षम भुगतान सेवा बैंक को बैंक की लेनदेन की अनुमति प्रदान करता है इसका मतलब है कि भुगतान किए गए धनराशि आपके बैंक से सीधे काट लिए जाएंगे और पेयी के बैंक अकाउंट में सीधे जमा हो जाएंगे।

आपको बता दें कि Aadhar Enabied Bite Payment System का उपयोग करने के लिए बैंक खाते का आधार कार्ड से लिंक होना अनिवार्य है।

पॉइंट ऑफ सेल यानी कि POS जैसी मशीनों की मदद से भी AEPS का उपयोग कर सकते हैं जिसमें आप नकद भी वापस कर सकते हैं और जमा भी कर सकते हैं।

आधार सक्षम भुगतान सेवा (AEPS) की प्रक्रिया में हस्ताक्षर, बैंक का विवरण या फिर पासवर्ड की आवश्यकता नहीं होती इसमें केवल पासवर्ड के रूप में आपके केवल फिंगरप्रिंट की जरूरत होती है, जिसके वजह से इसे सबसे सुरक्षित डिजिटल पेमेंट मोड कहा जाता है।

4. यू. एस. एस. डी. बैंकिंग:

यह भी एक मोबाइल बैंकिंग पर आधारित डिजिटल पेमेंट मोड है, परंतु इसमें खास बात यह है कि इस सुविधा का उपयोग करने के लिए आपके स्मार्टफोन में इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता नहीं है।

यानी कि इसे आप किसी भी सामान्य फीचर फोन के साथ भी उपयोग कर सकते हैं आप इस सुविधा के अंतर्गत बहुत सारे विभिन्न वित्तीय और गैर वित्तीय कार्य जैसे कि: पैसा भेजना, संतुलन की जांच करना, MPIN बदलना, MPIN प्राप्त करना जैसे विभिन्न कार्य कर सकते हैं।

इस सेवा का उपयोग करने के लिए आपको केवल बैंक खाते को मोबाइल नंबर से जोड़ना होता है उसके बाद रजिस्टर मोबाइल नंबर से *99# डायल करना होता है। यू. एस. एस. डी. बैंकिंग के लेनदेन की अधिकतम सीमा ₹5000 प्रति दिन है।

5. मोबाइल वॉलेट:

मोबाइल वॉलेट जिसे ई-वैलेट के रूप में भी जानते हैं, आप अपने पैसे को ई-वॉलेट में रख सकते हैं और इसका उपयोग जब चाहे तब कर सकते हैं,

जैसे कि मोबाइल का रिचार्ज करना हो, दोस्तों को पैसा ट्रांसफर करना हुआ, कुछ विशेष स्थानों पर पैसों का भुगतान करना हुआ इत्यादि चीजों में आप मोबाइल वॉलेट का उपयोग कर सकते हैं।

इस सुविधा का उपयोग करने के लिए आपके पास एक अच्छा इंटरनेट कनेक्शन और एक स्मार्टफोन होना अनिवार्य है जिसके बाद से आप इसका उपयोग आसानी से कर सकते हैं, साथ ही साथ यह कुछ समय पर अतिरिक्त कैशबैक ऑफर भी देती है।

6. भीम एप (BHIM APP):

भीम ऐप यानी कि भारत इंटरफेस फॉर मनी यह एक प्रकार का डिजिटल पेमेंट एप्लीकेशन है जिसकी मदद से हम पैसों का लेनदेन आसान तरीकों से कर सकते हैं।

भीम एप्लीकेशन की शुरुआत हमारे प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी ने 30 दिसंबर 2016 को किया था, इसे भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम यानी कि NPCI के द्वारा बनाया गया है।

यह अन्य प्रकारों की तुलना में सबसे तेज, सुरक्षित और विश्वसनीय पेमेंट एप्लीकेशन होने के साथ-साथ निशुल्क है।

7. पेटीएम (Paytm):

पेटीएम भी एक प्रकार का डिजिटल वॉलेट सर्विस है जिसे मोबाइल ऐप और वेबसाइट दोनों के जरिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

स्मार्टफोन यूजर को पेटीएम एप्लीकेशन इस्तेमाल करने के लिए अपने मोबाइल में पेटीएम ऐप डाउनलोड करना होगा जिसके बाद से कुछ प्रोसेस फॉलो करके इसमें अकाउंट बनाकर वह इस एप्लिकेशन का उपयोग कर सकता है।

आपको बता दें कि यह एक प्रकार से ई-कॉमर्स शॉपिंग वेबसाइट भी है जिसमें की ऑनलाइन शॉपिंग, मनी ट्रांसफर, मोबाइल रिचार्ज, डीटीएच रिचार्ज, बिल पेमेंट, बीमा भुगतान आदि के कार्य आसानी से किए जा सकते हैं।

8. बैंक पूर्वदत्त कार्ड (Bank Prepaid Card):

Bank prepaid card उपयोग डिजिटल रूप से पेमेंट करने के लिए किया जाता है, जिस प्रकार प्रीपेड सिम कार्ड को उपयोग करने से पहले रिचार्ज कराना पड़ता है उसी प्रकार आपको इस कार्ड को उपयोग करने के लिए रिचार्ज कराना पड़ेगा।

9. Internet Banking:

इंटरनेट बैंकिंग जिसे हम ऑनलाइन बैंकिंग या फिर नेट बैंकिंग के रूप में भी जानते हैं इसके माध्यम से बैंक कस्टमर अपने कंप्यूटर या मोबाइल के माध्यम से बैंक के नेटवर्क और वेबसाइट का संचालन कर सकता है।

ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से ही हम घर बैठे इंटरनेट की मदद से अपना अकाउंट मैनेज, फंड ट्रांजैक्शन, ऑनलाइन शॉपिंग जैसे बहुत सारे कार्य आसानी से कर सकते हैं।

10. मोबाइल बैंकिंग:

मोबाइल बैंकिंग जैसे कि नाम से ही पता चल रहा है कि हम अपने मोबाइल के जरिए अपने बैंक अकाउंट को ऑपरेट कर सकते हैं इसकी मदद से हम जब चाहे जिसे पैसे भेजना हो पैसे भेज सकते हैं, साथ ही साथ अपने अकाउंट का बैलेंस चेक भी कर सकते हैं इसका इस्तेमाल हम 24 घंटे तक कर सकते हैं।

11. ATM (Automated Teller Machine):

एटीएम जिसका हिंदी में फुल फॉर्म स्वचालित टेलर मशीन है, और नाम से पता चल रहा है कि यह एक प्रकार का स्वचालित मशीन है जिसमें की एक विशेष प्रकार का कार्ड डालने पर और अपनी व्यक्तिगत पहचान संख्या (Personal Identity Number-PIN) टाइप करने पर पैसे निकाल और जमा कर सकते हैं।

एटीएम मशीन की सुविधा 24 घंटे उपलब्ध रहती है, इस मशीन ने बैंक कर्मचारियों के बहुत सारे कार्यों को आसान बना दिया है और यह मशीन दिन प्रतिदिन प्रचलित होते जा रहा है।

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